आसमान के तारो से, ज्यादा धरती पे उजाला है रात में जैसे दिन निकला, मिटा अँधेरा काला है मन में भी तुम करो उजाला, प्रेम भाव को बसालो
आप सभी को मेरी तरफ से दीपावली की हार्दिक शुभकामनाए और बधाई, आप सभी को ये दिवाली खूब धन दौलत और सुख समृद्धि दे, यही प्रभु से कामना है, आप सभी का जीवन सुखमय और आनंदित हो कोई कष्ट आपके आस पास न आए, दोस्तों दिवाली के इस सुअवसर पर मैं आपके लिए लेकर आया हूँ कुछ शायरिया जो आप अपने दोस्तों और चाहने वालो को भेज कर उन्हें बधाई दे सकते है.
हैप्पी दिवाली शायरी कविता
दीप जले है नगर नगर
फैला प्रकाश डगर डगर
रात अँधेरी चमक रही है
छाई खुशियाँ हर नजर
खिलखिलाती बच्चो की हंसी
रंगोली है हर द्वार सजी
लगता है अम्बर के तारे
आए धरा पे कर सिंगार
गली गली में उजाला आज
झोपड़ी भी लगती है ताज
पर्वो का राजा है दिवाली
नए साल का है त्यौहार
इसके साथ ही आप धन तेरस की भी बधाई एवं शुभकामना दे सकते है
धन तेरस की शुभकामनाए
धन की वर्षा होती रहेगी, माँ की कृपा बनी रहेगी
यही हमारी है शुभकामना, लक्ष्मी घर में बसी रहेगी
धन तेरस है धन का दिन, धन की न कमी रहेगी
दिन आज का है मुबारक, जीवन में खुशहाली रहेगी
आपके घर लक्ष्मी आए, संग में सरस्वती को लाए
गजानन का करो स्वागत, रिद्धि सिद्धि बुद्धि लाए
दरिद्रता अब दूर होगी, धन की ही बस बात होगी
रहे चमकता नसीब हमेशा, किस्मत भी अब साथ लाए
आई दिवाली दो बधाई
आई दिवाली दो बधाई, दीप जले है लो बधाई
पर्व है ये अपनेपन का, दिल से दिल की है मिलाई
पटाखों फुल्झादियों का, दिन है ख़ुशी की लडियो का
मिल के करो उजाला और, एक दूजे को बांटो मिठाई
गली गली में उजाला है, हर चेहरा मुस्काता है
सदियों की है परंपरा ये, एक दूजे से नाता है
नए नवेले कपडे पहने, बच्चे खेले बना के टोली
छोड़ रहे पटाखे मस्ती में, मन हर्षाता गाता है
हैप्पी दिवाली तुम्हे मुबारक
गौरव का दिन हो तुम्हे मुबारक
संकट कट जाए खुशियाँ आए
हो ये कामना तुम्हे मुबारक
आसमान के तारो से, ज्यादा धरती पे उजाला है
आसमान के तारो से, ज्यादा धरती पे उजाला है
रात में जैसे दिन निकला, मिटा अँधेरा काला है
मन में भी तुम करो उजाला, प्रेम भाव को बसालो
सबको बधाई देते जाओ, नया साल आने वाला है
जिस घर दिखे अँधेरा, जाकर वहां दीप जलाओ
सच्ची दिवाली कहते इसीको, अपना तुम हाथ बढाओ
आंसू पोंछ मुस्काने दो, रोते को सीखो हँसाना
उंच नीच का भेद मिटा, सबको तुम अपना बनाओ
सबको दिवाली हो मुबारक, खुशियों वाले दिन आए
काल कोरोना ख़त्म हो, संकट सबके ही टल जाए
मनाओ दिवाली दिल से, मन के द्वार खोल दो
हैप्पी दिवाली दिल से कहो, खुशिया सबको मिल जाए
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मन भाए वो दिन आया है
मन भाए वो दिन आया है, खुशियों का बादल छाया है
झूम के बरसे मन की तमन्ना, उम्मीदों ने गीत गाया है
कहीं जगमग दीप जले है, कहीं रोशन ये गलियां है
छोटे बड़े बूढ़े बच्चो के, चेहरे पे नया नूर आया है
भूल गए वो गम के दिन, कोरोना की काली यादें
अब तो होती उम्मीदों की, दिन भर अच्छी वाली बाते
छलक रही है खुशिया देखो, जैसे राम राज्य है आया
मुरझा रहे थे जो भी रिश्ते, खिल उठे है अब वो नाते
हाल चाल सब पुछ रहे, स्वागत करते हाथ हिला
नजरे तो मिल जाती है पर, दिल भी तो दिल से मिला
भारत भूमि लगती अम्बर, खुशियों वाला कोई समंदर
पार ले जाओ नैया सबकी, एक दूजे का साथ मिला
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दीपो की नगरी में आओ, आज तुम्हारा स्वागत है
दीपो की नगरी में आओ, आज तुम्हारा स्वागत है
जो भी चाहे दे दो बधाई, सबको आज इजाजत है
घर पे हमारे आई मिठाई, बच्चो के मन हरखाए है
सब अपने है गैर नहीं है, दिल की यही चाहत है
रंग बिरंगी है रंगोली, हर घर के द्वार सजाती
मीठे गीत खुशियों वाले, हर मन की धड़कन गाती
नन्हे मुन्ने इठला रहे है, दौड़ दौड़ के हर्षा रहे है
बड़े भी तो खुश आज है, सबकी सुरत हाल बताती
आओ बांटे गम और खुशियाँ, खाओ चकली और गुजिया
जो मेरा वो तेरा भी है, ख़याल मन में है सबसे बढ़िया
सब को मुबारक ये दिवाली, सबको खुशिया देती जाए
बहना भाभी मामा मामी, मिलते सब है दोस्त सखिया
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