गणतंत्र दिवस पे शहीदों के साथ आज के दिन यानि की संविधान की बात भी होनी चाहिए. देश को सही ढंग से चलाने के लिए और न्याय प्रणाली को सही बनाये रखने के लिए
26 जनवरी संविधान पे खुबसूरत भाषण
26 जनवरी गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाए.
आजादी के मतवालों की, वो शाम सुहानी याद करों
हँस के तज गए प्राण जो, उनकी कुर्बानी याद करों
अरमान यही हर दिल में, जो पाल रहे थे सदियों से
लुटा गए जो जान वतन पे, उनकी जवानी याद करों
गणतंत्र दिवस पे शहीदों के साथ आज के दिन यानि की संविधान की बात भी होनी चाहिए. देश को सही ढंग से चलाने के लिए और न्याय प्रणाली को सही बनाये रखने के लिए, देश में कानून व्यवस्था मजबूत होनी चाहिए, और ये तभी संभव है जब कानून बनाया जाए और लागू किया जाए, और ये बात हमारे पूर्वजो को बहुत अच्छी तरह से पता थी, तभी तो उन्होंने इतने बेहतरीन ढंग से क़ानून को अमल में लाया, जहाँ चाहे कोई अमीर हो या गरीब, सबके लिए न्याय एक ही है, और ये सब किया किसने, ये किया भारत का संविधान लिखने वाले हमारे प्यारे बाबा साहेब आंबेडकर जी ने.
न भेद कभी काले गोरे का, न जात पात का मसला था
हो न्याय बराबर सभी का, बाबा साहेब का फैसला था
ऐसे महान विचारधारा वाले डॉ. आंबेडकर को हम शत शत नमन करते है, जिन्होंने किसी के लिए ज्यादा न किसी के लिए कम लिखा, उन्होंने सबको एक ही तराजू में तौल के सबको एक सा हक दिया, कोई आमिर किसी गरीब को दबा न सके इसलिए न्याय प्रणाली में एक सा मार्ग रखा.
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