भगवान श्री राम जी के अनन्य भक्त जिनके रोम रोम में श्री राम समाये है, जो वीर महाबली और शक्तिशाली है, जिनका मुख मंडल उगते हुए सूर्य की सी रौशनी से भरपूर
श्री हनुमान जयंती पर भाषण व शायरी
जय हनुमान जय बजरंगबली, दोस्तों हनुमान जयंती यानी की हनुमान जन्मोत्सव पर
सबसे पहले तो आप सभी को इस महान और पावन दिन की हार्दिक शुभकामनाए.
भगवान श्री राम जी के अनन्य भक्त जिनके रोम रोम में श्री राम समाये है, जो वीर
महाबली और शक्तिशाली है, जिनका मुख मंडल उगते हुए सूर्य की सी रौशनी से भरपूर
है, जो दुखियों के नाथ है, जो बाधाओं और संकटो को पल भर में मिटा देते हैं, ऐसे
महाप्रभु श्री हनुमान जी के चरणों में वंदन करते हुए, आज आप के समक्ष हनुमान
जन्मोत्सव पर शायरी रख रहा हूँ जो आप किसी भी मंच पर बोल सकते है.
हनुमान जयंती पर भाषण
जय श्री राम, जय हनुमान.
वो बलशाली वो महाबली, वीर मेरे हनुमान हैं
जिनके मन में राम बसे, राम का ही गुणगान हैं
उनके चरणों में आओ करें, वंदन मिलके हम सारे
अंजनी लाल पवनसुत वो, कृपाकर शक्तिमान हैं
माँ अंजनी के लाल से आशिस लेने के लिए आइये, हम बजरंगबली का वंदन करें और उनके
भजनों को गाकर, उनके चरणों में विनती करें, के हे प्रभु,
कोई संकट पास न आए, टले विपदा हरदम
खुशियाँ ही हो जीवन में, न आए कोई गम
और आप देखना की हनुमान जी आपकी विनती जरुर सुनेंगे क्योकि वो तो हर किसी का
साथ देनेवाले है, दुःख हरने वाले है, उन्होंने भगवान का भी साथ दिया, श्री राम
जी के सेवक बनकर हरपल उनके साथ रहे, तो महाभारत में अर्जुन के रथ पर बैठकर
पांड्वो के साथ रहे, वो हनुमान जो हरदम दुखियो के दुःख हरते है, आज उनका
जन्मोत्सव आइये ख़ुशी और आनंद के साथ मनाते हैं.
जय जय हे हनुमान हमारे, संकट काटो दास पुकारें
हम है दिन दुखी प्रभु जी, सबका हल है पास तुम्हारे
भूल क्षमा करना हमारी, हम मुरख और अज्ञानी
हर विपत्ति में करो सहाय, बस तुम्ही हो नाथ हमारें
जय हनुमान.
हनुमान जयंती पर शायरी
बुद्धि बल में और नहीं, कोई सरीखा तुमसा
किसे पुकारू और यहाँ, कौन दयालु तुमसा
पार करो हे नाथ नैया, बिच भंवर में डूब रही
हे राम सखा हे रामदूत, कौन कृपालु तुमसा
हरपल जिनके सीने में, धड़कन हैं श्री राम
बिगड़े सबके काज बनाते, ले राम का नाम
भक्त और भगवान का, है पावन ये नाता
जो सिमरे श्री राम को, उसके बनते काम
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